Travis Head Century WTC Final 2023 : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ओवल में खेले जा रहा World Test Championship का पहला दिन ऑस्ट्रेलिया के नाम रहा तो गलत नहीं होगा. टॉस गंवाने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी की.
विकेट पर घास और ओवरकास्ट कंडीशन के बावजूद ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन 85 ओवर में 3 से अधिक के रन रेट से 327 रन ठोक डाले. आखिरी 10 ओवर में तो कंगारू बल्लेबाजों ने 47 रन कूटे.
ऑस्ट्रेलिया को ड्रायविंग सीट में पहुंचाने का काम किया बाएं हाथ के बैटर ट्रेविस हेड (Travis Head) ने. हेड 146 रन पर नाबाद लौटे और उन्होंने स्टीव स्मिथ के साथ अबतक चौथे विकेट के लिए 250 से अधिक रन जोड़ लिए हैं.
World Test Championship Final का पहला दिन ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के बैटर ट्रेविस हेड (Travis Head) के नाम रहा. उन्होंने दिन का खेल 146 रन की नाबाद पारी के साथ खत्म किया. इस दौरान वो विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के इतिहास के पहले शतकवीर बने. हेड की ऑस्ट्रेलिया के बाहर ये पहली सेंचुरी है. उन्होंने महज 106 गेंद में अपना शतक पूरा किया. हेड के इस शतक से ऑस्ट्रेलिया पहले ही दिन WTC Final में मजबूत स्थिति में पहुंच गया.
ट्रेविस हेड (Travis Head) का टेस्ट क्रिकेट में ये 5वां साल है. पर इतने कम वक्त में उन्होंने अपनी पहचान ऐसे तूफानी बैटर के रूप में बनाई है, जो अकेले दम पर मैच का रुख पलट सकता है. ओवल में भी ऐसा ही हुआ. वो जब खेलने आए तब ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 76 रन के स्कोर पर 3 विकेट गंवा दिए थे. इस मोड़ पर अगर भारत एक-दो विकेट ले लेता तो शायद मैच का रुख भारत की तरफ मुड़ जाता. पर हेड एक छोर पर ऐसा डटे कि स्टम्प्स पर नाबाद लौटे और टीम इंडिया को सबसे बड़ा घाव दे गए.
हेड ने टेस्ट में बिल्कुल टी20 के अंदाज में बैटिंग की. वो पहले दिन 156 गेंद में 146 रन बनाकर नाबाद रहे. उनका स्ट्राइक रेट 93 का रहा. उन्होंने इंग्लैंड के बैजब़ॉल वाले अंदाज में बल्लेबाजी की और भारतीय गेंदबाजों को दिन में तारे दिखा दिए. हेड ने 22 चौके और एक छक्का उड़ाया. यानी 146 में से 96 रन तो सिर्फ छक्के-चौके से उड़ाए.
हेड के लिए ये पारी इसलिए भी अहम है. क्योंकि इसी ओवल के मैदान में 4 साल पहले उन्हें सबसे बड़ा जख्म मिला था. जब इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में उन्हें ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग-XI से बाहर कर दिया गया था. ये उनका ओवल में पहला टेस्ट होता. मगर ऐन मौके पर उन्हें बाहर कर दिया गया था. तब उनकी एक तस्वीर सामने आई थी, जिसमें कोच जस्टिन लैंगर हेड के कंधों पर हाथ रख मैदान में घूमते नजर आए थे. और 4 साल बाद इसी मैदान पर हेड ने इतिहास बदल दिया और WTC Final के पहले सेंचुरियन बने.
हेड तब अच्छी फॉर्म में थे. पर उन्हें ओवल टेस्ट में खेलने का मौका नहीं मिला और ऑस्ट्रेलिया 135 रन से मैच हार गया और एशेज सीरीज 2-2 से बराबरी पर छूटी. अब 4 साल बाद उन्होंने उसी मैदान पर शतक ठोक बड़ा कारनामा कर दिखाया. फाइनल में उन्हें रोकना भारतीय गेंदबाजों के लिए मुश्किल होता दिखा.
बीते 2 साल में ट्रेविस हेड इकलौते ऐसे बैटर हैं, जिन्होंने 50 से अधिक की औसत और 80 प्लस की स्ट्राइक रेट से टेस्ट में रन बनाए हैं. उनके खेल मे ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट की झलक देखने को मिलती है. हेड भी गिलक्रिस्ट की तरह बाएं हाथ के बैटर हैं और विकेटकीपिंग भी करते हैं. वहीं, गिलक्रिस्ट की तरह ही पहली गेंद से प्रहार करते हैं. ओवल में पहले दिन यही दिखा. दूसरे दिन टीम इंडिया चाहेगी कि उनकी पारी पर ब्रेक लगाए. क्योंकि हेड टिक गए तो फिर भारत की वापसी मुश्किल होगी.