Gariyaband News : छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में एक पटवारी का निलंबन आदेश चर्चा में है। दरअसल, पटवारी ने राजस्व विभाग के बनाए गए व्हाट्सए ग्रुप में एसडीएम का मैसेज नहीं देख पाया और फोन करने के बावजूद भी कॉल का कोई रिस्पांस नहीं दिया। इसके चलते उसे निलंबित (Patwari Suspended) कर दिया है।
गरियाबंद जिले का देवभोग राजस्व अनुविभाग पटवारियों के अभाव से जूझ रहा है। देवभोग तहसील में पटवारी की छोटी सी चूक पर तत्काल निलंबन की कार्रवाई कर दी गई। पटवारी हल्का नंबर 12 में पदस्थ पटवारी नेटेश्वर नायडू को एसडीएम तुलसी दास मरकाम ने निलंबन का ऑर्डर थमा दिया।
निलंबन आदेश में कारण दर्शाते हुए बताया गया है कि व्हाट्सएसप के जरिए सुबह 10.13 बजे सूचना देकर कहा गया था कि आज हल्का में एसडीएम का दौरा है अतः पटवारी उपस्थित रहे। एसडीएम 11.55 बजे हल्का पहुंचे तो पटवारी नदारद मिले। मोबाइल से बार बार संपर्क करने के बावजूद पटवारी कॉल नहीं उठाया।
इस लापरवाही के लिए पटवारी को व्हाट्सएप के जरिए लगभग एक बजे शो काज नोटिस थमाया गया। एसडीएम तुलसी दास मरकाम के समक्ष पहुंचा तो एक हाथ में पटवारी का पक्ष लेकर दूसरे हाथ से निलंबन का आदेश थमा दिया गया।
आदेश में निलंबन का यह भी कारण बताया गया कि लाटापारा में नामांतरण बंटवारा लंबित हैं। पटवारी लगातार अनुपस्थित रहा। पहले भी कारण बताओ नोटिस दिया गया है। वहीं पटवारी नटेश्व नायडू ने बताया कि उनका मोबाइल खराब था। इसके लिए मैसेज नहीं देख पाया और काल भी नहीं आया। बावजूद उस पर निलंबन (Patwari Suspended) की कार्रवाई कर दी गई है।
दरअसल 13 और 14 सितंबर को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कलेक्टर और एसपी की बैठक ली थी। बैठक में कलेक्टरों को राजस्व के लंबित मामले पर नाराजगी जताते हुए कड़ी फटकार लगाई थी। साथ ही उन्होंने कहा था कि जिन राजस्व कार्यालयों में ज्यादा मामला लंबित है। वहां कलेक्टर अपने कनिष्ठ अधिकारियों पर कार्रवाई करें अन्यथा कलेक्टर्स पर वे खुद कार्रवाई करेंगे। इसी का नतीजा है कि अब इस तरह की कार्रवाई शुरू हो गई है।