Rajnandgaon News : छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन में जवानों के हाथ बड़ी सफतला मिली है। इनामी नक्सली दंपति ने पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में पुलिस व सीआरपीएफ के सामने आत्मसमर्पण (Naxalites Surrendered) किया है। दोनों पर महाराष्ट्र सरकार ने इनाम रखा था। पुलिस ने बताया कि नक्सली दंपती राजाराम उर्फ अनिल उर्फ गगनदीप और अंजू सुल्या जले उर्फ सोनिया दोनों वर्तमान में हिमाचल प्रदेश में शिमला के सुन्नी में रह रहे थे।
शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर दंपती ने हथियार छोड़कर मुख्य धारा में लौटने महाराष्ट्र पहुंचकर सरेंडर (Naxalites Surrendered) किया है। दोनों कई नक्सली घटना में शमिल थे। गढ़चिरौली पुलिस ने बताया कि राजाराम कुमार उर्फ गगनदीप मूलत: हरियाणा के जिंद जिला के नरवाना मांडीकला का निवासी है। अंजू सुल्या गढ़चिरौली जिले के धनोरा तहसील के ग्राम गुरूकसा की रहने वाली है। दोनों ओडिशा में नक्सल संगठन के प्रेस टीम के सदस्य थे।
पुलिस ने बताया कि राजाराम कुमार उर्फ गगनदीप वर्ष 2006 में माड़ एरिया प्रेस टीम में भर्ती हुआ और 2011 तक पार्टी सदस्य के रूप में काम किया। वहीं जीविकोपार्जन के लिए वर्ष 2018 से हिमाचल प्रदेश राज्य में गुप्त रूप से रह रहा था। उस पर मुठभेड़ के दो मामले दर्ज हैं।
वहीं उसकी पत्नी अंजू सुल्या जले उर्फ सोनिया ने वर्ष 2007 में टिपगढ़ एलओएस में कमांडर दिनकर के सहयोगी के रूप में काम करना शुरू किया। वर्ष 2013 से 2018 तक उसका तबादला ओडिशा कर दिया गया। जहां उसने प्रेस टीम में हिंदी और गोंडी भाषाओं के टाइपिस्ट के रूप में काम किया। महाराष्ट्र सरकार ने दोनों पर आठ लाख का इनाम घोषित किया था।