Mahasamund News : एक दुकानदार की नाराजगी जनपद अध्यक्ष और सदस्यों को इतनी भारी पड़ गई कि उन्हें जमीन पर बैठकर काम करना पड़ गया। दुकानदार धरम गोलछा ढाई वर्ष से कुर्सियों के भुगतान के लिए भटक रहा था। मंगलवार को उसने अध्यक्ष यतेन्द्र साहू के कक्ष में रखी कुर्सियां और टेबल को मालवाहक में भरकर ले गया। मामला छत्तीसगढ़ के महासमुंद जनपद पंचायत (Mahasamund Janpad Panchayat) का है।
जानकारी के मुताबिक, दो बड़ी कुर्सियां, एक सेंटर टेबल और 10 छोटी कुर्सियां खरीदी गई थी। इनकी कीमत 49 हजार रुपये थी। इस बीच सात सीईओ बदल गए, लेकिन भुगतान नहीं किया गया। अध्यक्ष यतेन्द्र साहू ने कहा कि उन्होंने सीईओ से कई बार भुगतान के लिए कहा था, लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला।
किसी भी खरीदी के लिए सभा मे प्रस्ताव पारित होता है। फिर निविदा आमंत्रित करते हैं। इसके बाद कम दर व उच्च गुणवत्ता के फर्म को वर्क आर्डर जारी होता है, लेकिन इस प्रकरण में प्रस्ताव पास करने के बाद खरीदी कर ली गई।
ज्ञात हो कि पूर्व अध्यक्ष भागीरथी चंद्राकर के कोरोना काल मे निधन के बाद से यतेंद्र साहू जनपद अध्यक्ष हैं। जिनके अध्यक्ष बनने के बाद ही कुर्सियां खरीदी गई थी।
लगभग ढाई साल पहले जनपद अध्यक्ष कार्यालय के लिए एक दुकान से अध्यक्ष कुर्सी समेत जनपद सदस्यों के लिए कुर्सी खरीदा गया था, जिसका भुगतान अब तक नहीं किया गया। दुकानदार सब्र की सीमा समाप्त होने के बाद व्यथित होकर कुर्सियां वापस ले गया।
बाजार में खराब है जनपद की प्रतिष्ठा
जनपद पंचायत कार्यालय महासमुंद (Mahasamund Janpad Panchayat) की बाज़ार में प्रतिष्ठा अच्छी नहीं है। ऐसा दुकानदारों का कहना है। बताया कि जनपद के नाम से बाजार का कोई दुकानदार उधार में सामान नहीं देता। बताया कि कुछ कर्मचारी की व्यक्तिगत प्रतिष्ठा और उनके जोखिम पर दुकानदार सामान दे देते हैं। किन्तु भुगतान में लेटलतीफी की यहां पराकाष्ठा है।