Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ के अधिकारी-कर्मचारी अपनी 5 सूत्रीय मांगों को लेकर 27 सितंबर को सामूहिक अवकाश (Federation Mass Holiday) पर रहेंगे। इस आंदोलन में शामिल होने के लिए अब शिक्षक भी आवेदन देकर सामूहिक अवकाश ले रहे हैं।
हड़ताल के लिए शिक्षकों सामूहिक रूप से अवकाश का आवेदन दे रहे हैं। केन्द्र के समान देय तिथि से 4 प्रतिशत डीए और लंबित एरियर्स समेत अन्य मांगों को लेकर लंबे समय से अधिकारी-कर्मचारी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।
इन्हीं मांगों को लेकर अधिकारी-कर्मचारी और शिक्षकों ने 27 सितंबर को काम बंद कलम बंद हड़ताल (Federation Mass Holiday) की घोषणा की है। सभी शिक्षक अवकाश लेकर छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के आंदोलन में शामिल होंगे और मांगों का समर्थन करेंगे।
चूंकि हजारों की संख्या में शिक्षक हड़ताल पर जा रहे हैं, ऐसे में संभावना है कि 27 सितंबर को प्रदेश के कई हिस्सों में स्कूल बंद रहेंगे।
महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष राजनारायण द्विवेदी ने बताया कि संगठन से जुड़े सभी शिक्षक संगठनों ने छुट्टी के लिए आवेदन कर दिया है, साथ ही महासंघ के अलावा संयुक्त शिक्षक महासंघ से जुड़े अन्य शिक्षक संगठन के शिक्षक भी सामूहिक अवकाश ले रहे हैं।
हम लंबे समय से अपनी मांग सरकार के सामने रख रहे हैं, लेकिन शासन कोई निर्णय नहीं ले रही। इससे प्रदेशभर के अधिकारियों-कर्मचारियों और शिक्षकों में नाराजगी है। मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन किया जा रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को सामूहिक अवकाश लिया जाएगा।
कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन की मांगे
केन्द्र के समान 1 जनवरी 2024 से 4 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया जाए और जुलाई 2019 से देय तिथि पर महंगाई भत्ते के एरियर्स राशि का समायोजन जीपीएफ खाते में किया जाए।
घोषणा पत्र के अनुसार शासकीय सेवकों को समयमान वेतनमान दिया जाए।
केन्द्र के समान गृह भाड़ा भत्ता।
मध्यप्रदेश सरकार की तरह शासकीय सेवकों को अर्जित अवकाश नगदीकरण 240 दिन की जगह 300 दिन किया जाए।