Sarangarh News : छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला (Baramkela Tahsildar) तहसीलदार पूनम तिवारी की मुश्किलें बढ़ने वाली है। दरअसल, शिकायतकर्ता से दुर्व्यवहार के मामले में कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू के निर्देश पर डिप्टी कलेक्टर ने एसडीएम को इस मामले की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक, 19 जुलाई को बरमकेला विकासखंड के ग्राम डोंगरीपाली में जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया था। इसमें शिकायत की गई थी क्षेत्र के हल्का पटवारी मुख्यालय में उपस्थित नहीं रहते हैं।
इससे क्षेत्र के किसानों को छोटे-छोटे काम के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लोगों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए पटवारियों को अपने हल्का में उपस्थित रहने के लिए निर्देशित करने की मांग की गई थी।
बरमकेला तहसीलदार ने शिकायतकर्ता से अभद्रतापूर्वक व्यवहार करते हुए अपने चेंबर ही नहीं तहसीलदार कार्यालय से बाहर निकलने की धमकी दी गई। इससे शिकायतकर्ता को मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा। तहसीलदार की इस व्यवहार की शिकायत कलेक्टर से की गई थी।
कलेक्टर के निर्देश पर डिप्टी कलेक्टर ने एसडीएम को इस मामले की जांच कर विस्तृत रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। डीसी के निर्देश पर एसडीएम ने शिकायतकर्ता को 26 सितंबर तक एसडीएम कार्यालय सारंगढ़ में उपस्थित होकर लिखित या मौखिक रूप से अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया गया है।
प्रदेश में राज्य प्रशासनिक सेवाओं के अधिकारियों द्वारा लगातार इस तरह की दुर्व्यवहार करने की शिकायत सरकार को मिल रही है। 13 और 14 सितंबर को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों की बैठक ली थी। सीएम ने कड़े शब्दों में कहा था कि इस तरह का व्यवहार करने वाले अफसरों पर वे स्वयं कार्रवाई करें तो नहीं वे खुद कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों पर कार्रवाई करेंगे।
ऐसे में सारंगढ़ कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए शिकायत पर तत्काल जांच के निर्देश दिए हैं। इससे (Baramkela Tahsildar) तहसीलदार पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है।