बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के रामानुजगंज नगर पंचायत के अध्यक्ष रमन अग्रवाल ने चैती छठ को लेकर एसडीएम को पत्र लिख एनीकट के गेट खोले जाने की मांग की है ताकि व्रती नदी में बैठ कर व्रत कर सके। सूर्य उपासना के महापर्व चैती छठ के तीसरे दिन 27 मार्च को व्रती अस्ताचलगामी सूर्य को अघ्र्य देंगे वही व्रती 28 मार्च को उदीप्तमान सूर्य को अघ्र्य देंगे जिसके साथ ही महापर्व की समाप्ति होगी। गौरतलब है कि चैती छठ में भी बड़ी संख्या में व्रती छठ पर्व करते हैं वही कन्हर नदी में हजारों की संख्या में श्रद्धालु मत्था टेकने एवं व्रत देखने पहुंचते हैं ऐसे में कन्हर नदी भरा रहने के कारण श्रद्धालुओं की असुविधा को देखते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को पत्र लिख के एनिकट के गेट खोले जाने की मांग की। श्री अग्रवाल ने एसडीएम को लिखे पत्र में उल्लेखित किया है कि चैती छठ में बड़ी संख्या में श्रद्धालु छठ व्रत करते हैं। बीते दिनों हुई वर्षा के कारण कन्हर नदी भरा हुआ है वही एनीकट का गेट भी बंद है ऐसे में छठ व्रत नदी में नहीं हो पाएगा यदि एनीकट का गेट खोल दिया जाता है तो गंदा पानी भी निकल जाएगा वही एनीकट का स्टोरेज भी बढ़ेगा क्योंकि वर्तमान में एनीकट में बालू भरा हुआ है एनीकट खुलने से गन्दा पानी निकल जाएगा एवं शुद्ध पानी भी लोगों को मिलेगा।
शुद्ध पानी मिलेगा लोगों को : एनीकट का गेट खुलता है तो छठ व्रती नदी में व्रत कर पाएंगे वहीं शुद्ध पानी लोगों को मिलेगा स्टोरेज भी बढ़ेगा क्योंकि अभी पानी बरसने के कारण नदी का धार ठीक चल रहा है ऐसे में गेट को खोल कर व्रत के दूसरे, तीसरे दिन बंद कर देना सही रहेगा।
1 दिन की देरी से भी होगी परेशानी : छठ व्रत में अब समय नहीं रह गया है ऐसे में यदि एनीकट का गेट तत्काल नहीं खोला जाता है तो एनीकट का गेट बाद में भी खोलने के बाद भी नदी में छठ व्रती नहीं कर पाएंगे क्योंकि कीचड़ इतना अधिक रहेगा कि जिसे साफ करना संभव नहीं होगा यदि तत्काल गेट खुलता है तो समय मिल जाएगा और नदी साफ हो जाएगा।