बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में घूसखोरी का ऑडियो वायरल होने के बाद पटवारी को सस्पेंड कर दिया गया है। आरोपी पटवारी ने किसानों की जमीन के नामांतरण और फौती की एवज में रुपए मांगे थे। रुपए देने के बाद किसानों से उनकी जमीन में भी 50 फीसदी हिस्सेदारी मांग रहा था। किसान ने इस बातचीत का ऑडियो रिकार्ड कर लिया। मामला बेलगहना तहसील के हल्का नंबर 8 का है। दरअसल, बिलासपुर से जबलपुर नेशनल हाईवे का निर्माण होना है। इस प्रस्तावित हाईवे के लिए किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। इसके एवज में किसानों को मोटी रकम मिलेगी। आरोप है कि कोटा विकासखंड के छतौना गांव के पटवारी अनिकेत साव इस लालच में किसानों से सौदेबाजी शुरू कर दी। मुआवजे की रकम का लालच इतना बढ़ गया कि पटवारी साहब ने किसानों से उनकी जमीन में ही आधी हिस्सेदारी मांग ली।
पूरा मामला मेरे हाथ में, आधे-आधे में तय करते हैं : किसान ने पटवारी अनिकेत साव को कॉल किया। उनसे कहा कि जमीन के हस्तांतरण और फौती के लिए दिए 13 हजार रुपए वापस चाहिए। आरोप है कि इस पर पटवारी ने कहा कि पूरा मामला उनके हाथ में हैं। मुआवजा राशि तभी मिलेगी, जब केस बनेगा। जब तक केस नहीं बनाऊंगा तो मुआवजा भी नहीं मिलेगा इसलिए जमीन की आधे-आधे हिस्सेदारी कर लेते हैं। किसान ने मोबाइल पर हुई इस बातचीत को रिकार्ड कर लिया।
SDM ने शुरुआती जांच के बाद पटवारी को किया निलंबित : ऑडियो वायरल होने के बाद मामले की शुरुआती जांच के बाद SDM ने पटवारी अनिकेत साव को सस्पेंड कर दिया है। अपने आदेश में SDM ने कहा है कि ग्रामीणों और जन प्रतिनिधियों से शिकायत मिली थी। ऑडियो क्लिप भी उनकी ओर से सौंपा गया। इसमें फौती, नामांतरण, भूमि के बंटवारे, क्रय-विक्रय के लिए पार्टनशिप की बात कही जा गई है। निलंबन के दौरान उन्हें रतनपुर मुख्यालय भेज दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।