Saturday, November 23, 2024
Homeराजनीतिएक्शन मोड में बीजेपी : संभाग, जिला व विस प्रभारियों की हुई...

एक्शन मोड में बीजेपी : संभाग, जिला व विस प्रभारियों की हुई बैठक, 2023 विधानसभा चुनाव के लिए बनाई रणनीति, सरकार को घेरने की तैयारी

रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव अगले साल होने हैं। इसको लेकर बीजेपी एक्शन मोड में आ गई है। जिलों में नेतृत्व को नई कमान सौंपने के साथ ही जीत को लेकर रणनीति बननी शुरू हो गई। प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि पदाधिकारी बैठक करें, चाहे रैली या फि र किसी से मिलें, लक्ष्य केवल जीतना हो। इसके लिए भाजपा अब सड़क पर उतरकर कानून-व्यवस्था को लेकर भी भूपेश सरकार को घेरने की तैयारी में जुट गई है। दरअसल, रायपुर में भाजपा प्रदेश कार्यालय में चुनावी तैयारियों को लेकर बुधवार को संभाग, जिला और विधानसभा प्रभारियों की बैठक बुलाई गई थी। इसमें प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव सहित क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल और संगठन महामंत्री पवन साय, महामंत्री केदार कश्यप, विजय शर्मा और ओपी चौधरी समेत अन्य तमाम नेता भी मौजूद रहे। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि एक-एक वोट के लिए मेहनत करें। हमारी तैयारी में कोई कमी न हो, यही सबका प्रयास हो। बैठक में बूथ स्तर की तैयारियों को लेकर भी चर्चा की गई। इस दौरान बूथ के सशक्तिकरण के लिए केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों से संपर्क, विधानसभाओं में प्रवास की बात कही गई। यह भी कहा गया कि सभी के कार्यों समीक्षा की जाएगी। इस दौरान हर विधानसभा की माइक्रो मैनेजमेंट को लेकर चर्चा की गई। साथ ही यह भी कहा कि कि हर माह समीक्षा बैठक की जाएगी।कांग्रेस को घेरने का टास्क मिला : भाजपा ने इस बार दावा किया है कि उसके दबाव की वजह से ही इस बार प्रदेश में 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू हो रही है। मगर धान की सोसायटी में कई तरह की अव्यवस्थाओं की वजह से परेशानी के आसार हैं। हर जिले और विधानसभा इलाकों से आए नेताओं और विधायकों को धान खरीदी के मामले में कांग्रेस को घेरने का टास्क मिला है। पिछले चुनावों में किसानों ने कांग्रेस का साथ दिया था, इस बार भाजपा कोशिश में हैं कि चुनावों में अन्न दाता भरोसा जीत सके।11 को महतारी हुंकार रैली : प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं से संबंधित अपराध बढ़ते जा रहे हैं। कांग्रेस की सरकार आने के बाद महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। स्व सहायता समूहों, राज्य की योजनाओं में महिलाओं को लंबे समय से मेहनताना तक नहीं मिला है। वह सड़क पर उतरक कर प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हैं। सरकार ने शराब बंदी का महिलाओं से वादा किया, लेकिन अब तक पूरा नहीं हो सका। इसके लिए 11 नवंबर को बिलासपुर में महतारी हुंकार रैली निकाली जाएगी।