

रायपुर। छग राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणी सहकारी संघ के सचिव बीपी मनहर को हटाने के लिए हाथकरघा महिला स्व-सहायता समूह की महिलाएं भूख हड़ताल पर बैठ गई है। महिलाओं का कहना है कि जब तक राज्य सरकार बीपी मनहर को नहीं हटाएगी तब तक भूख हड़ताल जारी रहेगा। समूह की महिलाओं का आरोप है कि हथकरघा संघ के सचिव कमीशन के चक्कर में दूसरे लोगों को यूनिफॉर्म सिलाई का काम देते हैं। इसके अलावा सचिव पर प्रताडऩा का भी महिलाओं ने आरोप लगाया है। प्रदर्शन कर रही महिलाओं का कहना है कि उन्होंने इससे पहले भी आरोपी सचिव को हटाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश से शिकायत कर चुकी हैं, लेकिन अब तक हथकरघा संघ के सचिव को नहीं हटाया गया है। बीपी मनहर बीते 3 साल से हथकरघा संघ के सचिव पद पर बने हुए हैं। बुनकर और स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने सचिव को हटाए जाने की मांग को लेकर 20 सितंबर को भी राजधानी में प्रदर्शन किया था, बावजूद इसके अबतक हथकरघा संघ के सचिव को हटाने के लिए किसी तरह की कोई पहल नहीं की गई है। महिलाओं का यह भी आरोप है कि हथकरघा संघ के सचिव कमीशन के चक्कर में दूसरों को यूनिफॉर्म सिलाई का काम देते हैं। आरोप है कि जो लोग कमीशन देते हैं उन्हें 1 साल में लगभग 40 हजार सेट यूनिफॉर्म सिलाई का काम दिया जाता है, लेकिन जो किसी तरह की कोई राशि या कमीशन नहीं देते हैं, उन्हें हथकरघा संघ के सचिव 1 साल में 5 हजार यूनिफॉर्म सेट की सिलाई का काम ही देते हैं।
कमीशन वसूली के लिए तीन एजेंट रखने का भी आरोप: महिलाओं का आरोप है कि प्रति सेट यूनिफॉर्म सिलाई का 4 रुपये कमीशन हथकरघा संघ के सचिव लेते हैं। बीपी मनहर पर यह भी आरोप लगाए जा रहे है कि कमीशन की वसूली के लिए चंगोराभाठा निवासी अजय हटवार, कोटा निवासी राजेश साहू एवं आमानाका निवासी उत्तम देवांगन को बकायदा एजेंंट रखा गया है। इन्हीं के माध्यम से कमीशन की राशि वसूली की जाती है। महिलाओं का कहना है कि जब तक छग सरकार इस भ्रष्ट अधिकारी को नहीं हटाएगी तब तक भूख हड़ताल जारी रहेगा।

