रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के नगर निगम की कार्रवाई से बवाल मच गया। दरअसल, निगम पर बार-बार परेशान करने का आरोप लगाकर एक दुकानदार ने खुद पर पेट्रोल डाल लिया। खुद को आग लगाने ही वाला था कि मौके पर मौजूद उसके कर्मचारियों ने उसे रोका। पुलिस ने भी कारोबारी को संभाला। कारोबारी यहां नहीं रुका उसने केरोसीन पी लिया और जान देने की कोशिश की। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि मंगलवार को राजधानी की सड़कों पर निगम का अतिक्रमण हटाओ दस्ता घूम रहा था। इस दौरान अमला वीआईपी रोड के ग्वाला स्वीट्स भी निगम के अफ सर पहुंचे। पार्किंग की बात को लेकर निगम के अफ सरों ने कारोबारी को फटकार लगाई, दुकान सील करने लगे। इस पर दुकानदार विनय भार्गव ने कहा- मैंने पार्किंग की व्यवस्था ठीक रखने के लिए गार्ड रखे हैं। बार-बार मुझे जानबूझकर परेशान किया जा रहा है क्योंकि मेरी दुकान चलती है। दोनों पक्षों में जमकर विवाद और हंगामा हुआ। मामला बढऩे के बाद कारोबारी ने खुद के शरीर पर पेट्रोल डाल ली और खुद को जलाने की कोशिश करने लगा। जैसे तैसे निगम व पुलिसकर्मियों ने उसे रोका, लेकिन कारोबारी इस कदर आक्रोशित था कि उसने केरोसीन पी ली। उसे आनन-फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया जहां उसका इलाज जारी है। कारोबारी ने लिखित शिकायत में कहा है कि बार-बार नगर निगम की तरफ से की जा रही कार्रवाई की वजह से वो परेशान है आगे यदि उसे परेशान किया गया तो आत्मदाह करेगा।
भाजपा नेता ने पक्षपात पूर्ण कार्रवाई का लगाया आरोप : वीआईपी रोड की दुकानों के पास मंगलवार को जब ये विवाद बढ़ा तो भाजपा के नेता गौरीशंकर श्रीवास मौके पर पहुंचे। श्रीवास ने कहा कि पार्किंग का बहाना कर कारोबारियों को तंग किया जा रहा है। सदर बाजार में भी कोई पार्किंग की व्यवस्था नहीं है, वहां तो कभी नोटिस नहीं दिया जाता वहां निगम कार्रवाई क्यों नहीं करता। गरीब ठेले खोमचे वालों और दुकानदारों पर ही इनकी नियमावली लागू होती है। उन्होंने निगम पर पक्षपात पूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लगाया है।