रायपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत दो दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ आएंगे। संघ प्रमुख मोहन भागवत 15 अगस्त को छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे, यहां वे दो दिनों में संघ के स्वयंसेवकों के पदाधिकारियों से चर्चा करेंगे, साथ ही बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। बता दें कि मोहन भागवत अभी मध्यप्रदेश दौरे में हैं। इसके बाद वे छत्तीसगढ़ का दौरा करेंगे। दौरे को लेकर स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारियों ने तैयारी तेज कर दी है। आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत के छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर भाजपा के लिए बहुत अहम माना जा रहा है। क्योंकि प्रदेश की भूपेश सरकार ने गाय, गोबर, राम वन गमन पथ, कौशल्या मंदिर समेत अन्य योजनाओं पर काम कर रही है। इन योजनाओं को आरएसएस के लोगों ने सराहा भी है। गोबर खरीदी शुरू होने पर भाजपा व आरएसएस के बीच खुलकर मतभेद जैसी स्थिति बनी, क्योंकि प्रांत संघ चालक बिसरा राम यादव ने गौधन न्याय योजना की खुले दिल से सराहना की थी। जबकि भाजपा के कई नेताओं ने इस योजना का न सिर्फ विरोध किया था, बल्कि इसकी खिल्ली भी उठाई थी। आरएसएस प्रमुख के दौरे पर संघ ऐसी रणनीति बना सकती है, जिससे मतभेद के बजाय आने वाले चुनावों के लिए भाजपा को बैकअप दिया जा सके। 2018 के चुनाव में भाजपा की हार के लिए आरएसएस की नाराजगी को भी एक कारण माना गया था। इसे भी दूर करने की कोशिश की जाएगी।